कविता - ईश्वर से प्रार्थना
वह शक्ति हमे दो दया निधे,
कर्तव्य मार्ग पर डट जावे।
वह शक्ति हमे दो दया निधे,
कर्तव्य मार्ग पर डट जावे।
पर सेवा पर उपकारण हम,
निज जीवन सफल बला जावे।
हम दीन दुखी निवलो विकलो,
कैसे वकवन सन्ताप हरे।
जो है अटके भूले भटके,
उनको तारे खुद तर जावे।
छल दम्भ द्वेश प्राख्ण्ड झूठ,
अन्यायस निश दिन दूर रहे।
जीवन हो शुद्ध सरल अपना,
सुचि प्रेम सुधा निक सर सावे।
निज आन मान मर्यादा का,
प्रभु ध्यान रहे अभिमान रहे।
जिस देश, जाति में जन्म लिया,
बलिदान उसी पर हो जावे।
वह शक्ति हमे दो दया निधे,
कर्तव्य मार्ग पर डट जावे।
ईश्वर से प्रार्थना |
कमलेश
काव्य मंजरी (भाग-1)
कविता - ईश्वर से प्रार्थना
कवि - नायक कमलेश कुमार मिश्र